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आंखों की रोशनी बढ़ाने का रामबाण इलाज या घरेलू उपाय - Nature

 आंखों की रोशनी बढ़ाने का रामबाण इलाज

आज हम इस सत्र आंखों की रोशनी बढ़ाने का रामबाण इलाज के बारे में बात करेंगे। जिससे किसी की भी नजर कमजोर नहीं होगी। हम ज्यादातर उन प्वाइंटों पर बात करते हैं जो हमारे आसपस है और हम उन्हें महसूस करते आ रहे हैं। क्योंकि मैं खुद एक ऐसी जगह में निवास करता हूं जो शहर से काफी दूर है। इसलिए मैं उन्हीं बातों पर जोर या गौर देता हूं, जो मेरे आस-पास चलती आ रही है। और मैं आपको वही घरेलू नुस्खे या वही रामबाण इलाज के बारे में बात करता हूं जिन्हें मैं खुद अपने जीवन में लागू करता हूं। 

आंखों की रोशनी बढ़ाने का रामबाण इलाज या घरेलू उपाय - Nature

  हमारे इधर जो भी वृद्ध पुरुष या महिला है उन्होंने आज तक अपनी आंखों के लिए किसी यंत्र का सहारा नहीं लिया क्योंकि उन्हें इन यंत्रों की कभी जरूरत ही नहीं पड़ी। क्योंकि जो उनका रहन सहन, खान-पान है वह शहर के लोगों के मुकाबले बहुत अलग है। वे वृद्ध लोग या जो खुद में खाता पीता हूं उन्हें बातों को मध्य नजर रखते हुए आपको उपाय अथवा इलाज बताऊंगा। 

आंखों की रोशनी कम होने का कारण

सबसे पहले बात करेंगे कि जो आजकल हर किसी की नजर कमजोर होने लगी है उसके मुख्य कारण क्या है— 

(1) आजकल का खान-पान 

आंखों की नजर कम होने का मुख्य और पहला कारण तो आजकल का खानपान है, क्योंकि जिस तरह आजकल लोगों का खान-पान है वह खानपान प्रकृति से हटकर है। जिस कारण लोगों की आंखों पर भी उसका प्रभाव पड़ता है। वैसे तो आजकल लोग खाने में मैदा या अन्य जो शरीर के लिए हानिकारक होती हैं उसी से बने हुए खाद्य पदार्थ खा रहे हैं। और जो सब्जियां बाजार में मिलती हैं वह भी जैविक नहीं है, वे सब्जियां भी केमिकल युक्त हैं क्योंकि उन शब्दों को गाने में केमिकल का सहारा लेते हैं।

(2) लोगों की दिनचर्या 

आजकल लोगों की दिनचर्या एक जैसी नहीं है हमेशा अस्त-व्यस्त ही रहती है। जिसका असर उनके मानसिक योग्यता पर भी पड़ता है। और उसी कारण आंखों पर भी उसका असर पड़ता है। जैसे-आजकल लोग देर रात तक मोबाइल फोन का उपयोग करते हैं। और सुबह धूप निकलने के बाद ही उठते हैं, धूप निकलने के बाद उठना हमारे पूरे शरीर के लिए हानिकारक होता है क्योंकि जहां तक मैं देख पा रहा हूं जो पुराने लोग हैं वह हमेशा 4:00 बजे के आसपास उठ जाते हैं। और वही लोग रात को अपने एक नियमित समय पर सोते हैं। 

(3) हद से ज्यादा चिंता

आजकल हर कोई व्यक्ति हद से ज्यादा बे फालतू के चिंता ले रहे हैं जिसका असर हमारे पूरे शरीर पर तो पड़ता ही है उसके साथ हमारे मानसिक पर ज्यादा प्रभाव पड़ता है जिस कारण आंखों की रोशनी कम हो सकती है। आजकल लोग चिंता भी किस तरह के ले रहे हैं, जैसे- 

  1. लड़की के चक्कर में चिंता ले रहे हैं आजकल के नव युवा।
  2. अपने आसपास कि लोगों की तरह कि देखकर बे फालतू का टेंशन ले रहे हैं।
  3. शरीर पर हल्का सा भी कुछ भी बीमारी हो तो उसे वह चिंता ले लेकर और अधिक विकसित कर देते हैं।
  4.  जितना पर्याप्त है उससे अधिक ना मिलने की टेंशन लेना।
  5. सिर्फ एक जिंदगी मिली है उसमें भी इतने ज्यादा टेंशन लेकर लोग जीवन जी रहे हैं। जिससे उनके पूरे शरीर पर उसका असर पड़ता है। वरना पहले कि व्यक्ति या जो पिछड़े गांव में रहते हैं वह लोग अभी भी 100 साल के आसपास जीते हैं। 
  6. यंत्र (फोन, टीवी जैसे) का उपयोग अधिक मात्रा में 

आजकल ज्यादातर कार्य यंत्रों (फोन, टीवी जैसे) से हो रहे हैं जिस कारण व्यक्ति अपना दिन का आधा से ज्यादा समय इन यंत्रों के साथ बिताता है। चलो यह बात तो अच्छी है कि वह अपना कार्य कर रहा है लेकिन इसी कार्य के साथ दिन में एक घंटा अपने शरीर के लिए भी निकालना जरूरी होता है। समय के साथ बदलना तो सही होता है लेकिन कुछ चीजें होती हैं जो पुराने ही सही होते हैं इसलिए अपने कार्य के साथ अपना शरीर का भी ध्यान जरूर रखें। क्योंकि आप जिस शरीर के लिए कार्य कर रहे हैं उसी शरीर के लिए कुछ समय जरूर निकालें। 

आंखों की रोशनी बढ़ाने के उपाय 

अब बात करते हैं ऐसे उपायों की जिससे आपकी आंखों की रोशनी तेज हो जाए। और आंखों की नजर क्षमता में और अधिक मुनाफा हो। मैं बात उन्हीं तथ्यों को करूंगा जो मैंने अपने आसपास महसूस किया है अथवा देखा है। और मेरे उपाय अथवा इलाज नेचुरल होंगे क्योंकि नेचुरल से बड़ी कोई दवा नहीं होती है जो लोग दवाइयों का उपयोग करते हैं वह अस्थायी temporary होता है। और अगर आप प्रकृति के माध्यम से अपनी आंखों की रोशनी को तेज करेंगे तो वह जीवन भर (permanent) के लिए रहता है। 

(1) नियमित दिनचर्या 

नियमित दिनचर्या से आप कुछ गलत आशय मत लगाएं। दिन में कुछ कार्य ऐसे होते हैं जिन्हें आपको प्रतिदिन करना होता है जिससे आपके आंखें तो स्वस्थ रहेंगी ही उसके साथ आपका स्वास्थ्य भी जीवन भर स्वस्थ रहेगा। आंखों के लिए जो आपको नियमित दिनचर्या में शामिल करने हैं वह यह है — 

  1. प्रतिदिन सुबह जल्दी उठने की कोशिश करें, धूप निकलने से पहले।
  2. जो सुबह की धूप की कितने निकलती हैं उन्हें आप अपनी नग्न आंखों से देख सकते हैं।
  3. सुबह-सुबह ठंडे पानी से अपनी आंखों को धोएं।
  4. जितना हो सके उतना रात को मोबाइल लिया अन्य यंत्रों का उपयोग कम करें और जितना हो सके समय पर सोने की कोशिश करें।

(2) आंखों के लिए व्यायाम (exercise) 

व्यायाम exercise जितना जरूरी शारीरिक क्रियाओं के लिए होता है उतना ही जरूरी आंखों के लिए भी होता है। बस अंतर ही हो है की आंखों के लिए जो व्यायाम exercise होते हैं वह कुछ अलग होते हैं। यह व्यायाम आपकी आंखों को हमेशा स्वस्थ और आंखों की रोशनी को तेज करेंगे। आंखों के लिए आप यह कर सकते हैं — 

  1. प्रतिदिन सुबह उठकर अपनी आंख को दाएं बाएं ऊपर नीचे घूमाएं ( 5 मिनट के लिए) 
  2.  प्रतिदिन सुबह ठंडे पानी से अपनी आंखों को धोएं।
  3. जितना हो सके सुबह की ठंडी हवा को अपनी आंखों को स्पर्श कराएं।
  4. जितना हो सके उतना सुबह घास (दुब वाली घास) पर नंगे पांव से चले। जितना मुमकिन हो सके उतना दिन में ज्यादा से ज्यादा नंगे पांव ही चले। इससे आपके शरीर में ऊर्जा तो आएगी ही उसके साथ आपके नजर में भी इसका प्रभाव पड़ेगा।
  5. अगर आप थोड़ा बहुत भी पढ़ने में सक्षम है तो प्रतिदिन रात को सोने से पहले कुछ भी पढ़ सकते हैं लेकिन किताब से।

बस यही कुछ व्यायाम या नुस्खे भी कह सकते हैं जिन्हें आपको फॉलो करना पड़ेगा। इन उसको को अगर आप फॉलो करते हैं तो एक महीने में आपको फर्क दिखाई देने शुरू हो जाएगा। यह मैं नहीं यह मैं जो आस पास महसूस कर और अनुभव कर रहा हूं वही है। 

(3) खान-पान में ध्यान 

खानपान में आजकल ध्यान देना बहुत ज्यादा जरूरी है। क्योंकि जिस तरह आजकल केमिकल युक्त खाद्य पदार्थ बाजार में मौजूद हैं उससे आपकी आंखों पर तो बुरा असर पड़ेगा ही उसके साथ पूरे शरीर पर भी उसका असर पड़ता है। जिससे आपकी आंखों की रोशनी कम हो सकती है। इसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ेगा जैसे —

  1. सब्जी ऐसी जगह से खरीदें तो दुकानदार आप के विश्वास का पात्र हो।
  2. या तो सब्जी ऐसे लोगों से खरीदें जो आपकी देख-रेख में सब्जियां उगाते हैं जैसे छोटे किसान। 
  3. बड़ी दुकान से साग-सब्जी खरीदने से पहले जांच कर ले।
  4. हो सके तो हरि सब्जियों की तरफ ज्यादा रुख करें।
  5. दूध, दही, घी, मट्ठा का सेवन जरूर करें। 

क्योंकि आपके सेवन से ही आपका शरीर चलता है। इसलिए जितना हो सके नेचुरल खाद्य पदार्थों की ओर ध्यान दें। क्योंकि मेरे आस-पास जो वृद्ध लोग हैं वे मुझ जैसे नौजवान के मुकाबले काफी ज्यादा मात्रा में दूध दही घी मट्ठा का सेवन करते हैं और उसके साथ ही हरी सब्जियों का सेवन भी काफी अधिक मात्रा पर करते हैं। और भी लोग बाजार की सब्जियों पर कभी निर्भर नहीं रहते हैं। क्या आपने कभी सुना कि किसी जानवर को चश्मा लगा है,‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌ नहीं ना क्योंकि जानवर हमेशा प्रकृति से संबंधित ही खानपान करते हैं।

नोट (Note)  

कृपया ध्यान दें मैंने जो भी घरेलू या नेचुरल उपाय आपको बताया है यह मैंने खुद महसूस किया है और अपने आसपास के लोगों के बीच रह के अनुभवी किया है।‌कृपा जो कोई भी मेरी इन उपायों से सहमत हैं वे लोग कमेंट करके बताएं। ‌ इससे यह होगा कि मुझे पता चलेगा कि मेरे इन उपायों की वजह से किसी ना किसी को तो फायदा हो रहा है।

आंखों की रोशनी बढ़ाने का रामबाण इलाज या घरेलू उपाय - Nature आंखों की रोशनी बढ़ाने का रामबाण इलाज या घरेलू उपाय - Nature Reviewed by education hub.in on July 25, 2023 Rating: 5

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